हल्द्वानी। मलिक का बगीचा प्रकरण पर 4 तारीख रविवार के दिन मदरसा नमाज़ पढ़ने की जगह को गिराने के नोटिस के बाद स्थानीय पार्षद व मौलाना शनिवार को ज़िलाधिकारी कैंप कार्यालय पहुंचे जहां पर उनकी मुलाकात ज़िलाधिकारी से नहीं हो पाई। उसके बाद नगर निगम में नगर आयुक्त पंकज उपाध्याय सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम परितोष वर्मा, तहसीलदार सचिन कुमार, सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट, कोतवाल उमेश मलिक के साथ स्थानीय पार्षद व मौलानाओं की वार्ता हुई जिसमें कोई नतीजा नहीं निकल सका। सूत्रों के अनुसार इसके बाद एक स्थानीय बड़े नेता के द्वारा कई अधिकारियों से मुलाकात की गई तथा उनको न्यायालय में चल रहे वाद के संबंध में भी जानकारी दी। न्यायालय में चल रहे वाद में उक्त संपत्ति का भी ज़िक्र है।

सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार उक्त मामला न्यायालय में है, इसलिए सरकारी भूमि पर बने दो भवनो को रोकने का आदेश दिया गया है। उक्त क्रम में उन भवनों को सील करने की कार्रवाई की गई। 4 फरवरी को बनभूलपुरा क्षेत्र में राजकीय भूमि पर निर्मित दो भवनों के ध्वस्तकरण की कार्रवाई प्रस्तावित है। उत्तराखंड हाईकोर्ट के आदेशों के क्रम में प्रत्यावेदन का निस्तारण किया जाना है। उक्त के. निस्तारण की कार्रवाई पूर्ण होने तक ध्वस्तीकरण की कार्रवाई रोकने के निर्देश नगर आयुक्त, नगर निगम हल्द्वानी को दिए गए हैं।

इसी मामले को लेकर देर रात तकरीबन डेढ़ बजे सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, एसडीएम परितोष वर्मा, तहसीलदार सचिन कुमार, सहायक नगर आयुक्त गणेश भट्ट, कोतवाल उमेश मलिक, थानाध्यक्ष बनभूलपुरा नीरज भाकुनी, नगर निगम की टीम के साथ मलिक का बगीचा पहुंचे जहां पर उनके द्वारा मदरसा व नमाज़ पढ़ने की जगह को अपने सामने सील कराया। क्षेत्र में सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस फोर्स व एलआईयू भी सक्रिय रही।