
हल्द्वानी: कुमाऊं क्षेत्र के सबसे बड़े और अंतिम रेलवे स्टेशन काठगोदाम पर बुधवार को आतंकी हमले की सूचना से हड़कंप मच गया। यह सूचना एक मॉक ड्रिल के रूप में सामने आई, जिसका उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों को परखना और आमजन को सतर्क करना था। आतंकी हमले की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस, रेलवे विभाग और अन्य एजेंसियां अलर्ट हो गईं। तेज बारिश के बीच सूचना मिली कि स्टेशन पर आतंकियों ने हमला कर दिया है, जिससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई। पुलिस ने तत्काल सभी यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
मॉक ऑपरेशन के दौरान एटीएस, बम निरोधक दस्ते, एसडीआरएफ, मेडिकल टीम, फायर ब्रिगेड और पुलिस के जवान मौके पर पहुंचे। ऑपरेशन में तीन लोग घायल हुए, जबकि एक आतंकी को मुठभेड़ में मार गिराया गया। एक अन्य आतंकी घायल अवस्था में पकड़ा गया और एक को पुलिस ने जिंदा गिरफ्तार किया। इस बीच दिल्ली से आने वाली शताब्दी एक्सप्रेस भी स्टेशन पर पहुंची, जिससे यात्रियों में दहशत का माहौल बन गया।
स्थिति नियंत्रण में आने के बाद जब लोगों को पता चला कि यह एक मॉक ड्रिल है, तो उन्होंने राहत की सांस ली। ड्रिल में 80 से 90 जवान, एंबुलेंस, डॉग स्क्वॉड और दमकल वाहन सक्रिय रूप से शामिल रहे। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट प्रकाश चंद्र ने बताया कि इस मॉक ड्रिल का उद्देश्य जनता को यह समझाना है कि किसी आपात स्थिति में कैसे खुद को और अपने आसपास के लोगों को सुरक्षित रखा जाए। उन्होंने यह भी कहा कि काठगोदाम स्टेशन क्षेत्रीय स्तर पर बेहद महत्वपूर्ण है और यहां रोजाना बड़ी संख्या में पर्यटक, खासकर कैंची धाम जाने वाले श्रद्धालु आते हैं, ऐसे में भविष्य में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने की तैयारी इस ड्रिल का मुख्य उद्देश्य रही।
