हल्द्वानी: शहर में अवैध एलपीजी रिफिलिंग पर प्रशासन द्वारा चलाए जा रहे सख्त अभियान के बीच हल्द्वानी के सैकड़ों ऑटो चालकों की परेशानी बढ़ गई है। एलपीजी पंपों की कमी के चलते इन चालकों के समक्ष अब ईंधन की एक बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
हाल ही में, ऑटो यूनियन के प्रतिनिधियों ने महापौर गजराज सिंह बिष्ट, एसडीएम राहुल शाह और आरटीओ प्रशासन सुनील शर्मा से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से अवगत कराया और ज्ञापन सौंपा। चालकों की मांग थी कि शहर में एलपीजी पंप की व्यवस्था की जाए, ताकि उन्हें राहत मिल सके।
आरटीओ प्रशासन सुनील शर्मा ने स्थिति की गंभीरता को स्वीकारते हुए स्पष्ट किया कि हल्द्वानी में नए एलपीजी पंप की स्थापना वर्तमान परिस्थितियों में संभव नहीं है। साथ ही, जिला आपूर्ति अधिकारी (डीएसओ) से हुई बातचीत के आधार पर यह जानकारी दी गई कि कमर्शियल एलपीजी सिलेंडर से ऑटो में गैस भरना न केवल अवैध है, बल्कि यह बेहद खतरनाक भी हो सकता है। अतः यह विकल्प पूरी तरह से खारिज कर दिया गया है।
प्रशासन ने ऑटो चालकों को सुझाव दिया है कि वे अपने वाहनों में सीएनजी किट का कन्वर्जन करवाएं। शर्मा ने जानकारी दी कि विभाग की ओर से अधिकृत सीएनजी किट इंस्टालेशन एजेंसियों से बातचीत चल रही है, ताकि ऑटो चालकों को यह सुविधा कम से कम लागत में मिल सके। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि केवल वैध और विभागीय मान्यता प्राप्त किट इंस्टॉलेशन को ही अनुमति दी जाएगी।
वर्तमान में हल्द्वानी आरटीओ में 191 एलपीजी आधारित ऑटो और लगभग 1800 ड्यूल फ्यूल (एलपीजी व पेट्रोल) ऑटो पंजीकृत हैं। ऐसे में यह बदलाव शहर के एक बड़े परिवहन वर्ग को प्रभावित करेगा। प्रशासन का मानना है कि सीएनजी की ओर रुख करने से न केवल सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टि से भी यह कदम सकारात्मक साबित होगा।
