
देहरादून। यातायात नियमों के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक यातायात के पर्यवेक्षण में यातायात पुलिस ने एक अनोखी पहल की शुरुआत की है। इस पहल का उद्देश्य त्यौहारी सीज़न के दौरान बढ़ते ट्रैफिक दबाव के बीच वाहन चालकों को न केवल नियमों के पालन के प्रति जागरूक करना है, बल्कि उन्हें सम्मानपूर्वक उनकी गलती का एहसास भी कराना है।
पुलिस की यह पहल “EEE” (Education, Engineering, Enforcement) कॉन्सेप्ट पर आधारित रही। इसके अंतर्गत शिक्षा के माध्यम से आम जनता, वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया गया। अभियांत्रिकी के तहत शहर के महत्वपूर्ण चौराहों और तिराहों पर बैरिकेडिंग, डायवर्जन और संकेतक लगाए गए ताकि यातायात सुचारु रूप से संचालित हो सके। प्रवर्तन के अंतर्गत नियम तोड़ने वालों पर मोटर वाहन अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई, जिसमें विशेष रूप से नो-पार्किंग, रॉन्ग साइड ड्राइविंग और अन्य उल्लंघनों के चालान शामिल थे।
इसी क्रम में देहरादून पुलिस ने रेलवे क्रॉसिंग और भीड़भाड़ वाले इलाकों में wrong lane, double lane और zebra crossing का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों को एक अलग ही अंदाज़ में शिक्षा दी। पुलिस कर्मियों ने चालकों को फ्लेक्सी पोस्टर के माध्यम से उनकी गलती का एहसास कराया और प्यार भरे लहजे में कहा — “Sir, जय हिंद! देखिए सर, आप Traffic Rules Break कर रहे हैं। ये अच्छी बात नहीं है सर, Please Follow the Rules।”
इस विनम्र और प्रेरणादायक संवाद का असर साफ दिखा — अधिकांश वाहन चालकों ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए भविष्य में यातायात नियमों का पालन करने का भरोसा दिलाया और अपने कृत्य पर खेद भी जताया।
त्योहारी सीजन में इस अभियान में यातायात पुलिस के साथ तैनात समस्त पुलिसकर्मियों और रिक्रूट आरक्षियों ने अत्यंत ही सराहनीय भूमिका निभाई। उनकी कर्तव्यनिष्ठा और समर्पण भावना के चलते त्योहारों की भीड़भाड़ के बावजूद शहर में यातायात व्यवस्था सुचारु और नियंत्रित बनी रही।
