- एसएसपी के नेतृत्व में सफलताओं की नई पटकथा लिखती पुलिस
- महारत्न कंपनी बीएचईएल में 01 करोड़ के सामान की चोरी प्रकरण में पुलिस का बड़ा खुलासा
- धातु चुराकर बड़ा मुनाफा कमाने की योजना पर पुलिस की सर्जिकल स्ट्राइक
- अपराध पर वार कर एक के बाद एक बड़े खुलासे कर रही है पुलिस
- ग्राउंड जीरो पर की गई कसरत बनी सफलता की कुंजी, चैकिंग के दौरान गिरफ्त में आए संदिग्ध
- स्कॉर्पियो सवार 04 आरोपी दबोचे, कब्जे से भारी मात्रा में धातु की सिल्लियां और कबाड़ बरामद
हरिद्वार। बीएचईएल के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक उमेश प्रसाद द्वारा 22 अगस्त 2024 को दर्ज कराए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर, बीएचईएल परिसर से सामग्री चोरी के मामले में कोतवाली रानीपुर पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया।
सरकारी क्षेत्र की प्रमुख कंपनी में हुई इस गंभीर चोरी को लेकर एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने प्रकरण के त्वरित समाधान और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष निर्देश दिए। इस निर्देश पर कोतवाली रानीपुर की एक विशेष पुलिस टीम गठित की गई और सीआईयू हरिद्वार को सर्विलांस इनपुट जुटाने और लाभप्रद सूचना प्राप्त करने का कार्य सौंपा गया।
टीम ने घटनास्थल और उसके आसपास के क्षेत्रों में गहन जांच की और चोरी के संभावित समय के दौरान साक्ष्य जुटाए। मुखबिर तंत्र को सक्रिय करते हुए संदिग्ध गतिविधियों पर निगरानी रखी गई।

आज, 28 अगस्त 2024 को आरोपियों की तलाश में निकली टीम ने कोतवाली रानीपुर क्षेत्र में रेगुलेटर पुल और डबल पुलिया के बीच चेकिंग शुरू की। इस दौरान संदिग्ध काली स्कॉर्पियो को रोकने का इशारा किया गया, लेकिन चालक ने तेजी से गाड़ी मोड़कर भागने की कोशिश की। पुलिस टीम ने तत्परता दिखाते हुए गाड़ी को घेर लिया।
गाड़ी की तलाशी के दौरान, पुलिस ने चालक सुशील और अन्य संदिग्ध शानू, सुंदर, और मोहन से बोरों के बारे में पूछताछ की, लेकिन कोई संतोषजनक उत्तर नहीं मिला। बोरों को खोलने पर चमकीली धातु के बार/सिल्लियाँ और धातुओं का भारी कबाड़ बरामद हुआ। पूछताछ में पता चला कि सुशील, मोहन, और सुंदर ने अपने एक अन्य साथी के साथ मिलकर बीएचईएल स्टोर से चोरी की थी, जिसमें से आधी सामग्री शानू को दी गई थी। आरोपियों ने पहले बेचे गए माल की रकम से स्कॉर्पियो गाड़ी खरीदी थी और बाकी सामग्री को मुज्जफ्फरनगर के कबाड़ी को बेचने जा रहे थे।
बरामद सामग्री का कुल वजन लगभग 768 किलोग्राम था, जो चोरी किए गए सामान का करीब 50% है। चारों आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई जारी है।
कोतवाली रानीपुर की तत्परता और सटीक कार्रवाई के लिए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने गठित टीम की सराहना की और उनकी मेहनत को मान्यता दी।
