हल्द्वानी। शहर में टैक्सी बाइक सेवा के नाम पर एक बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश हुआ है। परिवहन विभाग ने काठगोदाम क्षेत्र स्थित एक दुकान पर छापेमारी कर 26 दोपहिया वाहन बरामद किए गए थे, जिनमें से 16 वाहन बिना पंजीकरण के थे। इतना ही नहीं, दो स्कूटरों पर एक ही नंबर प्लेट लगाए जाने का चौंकाने वाला मामला भी सामने आया है।
आरटीओ प्रशासन ने इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए सख्त कदम उठाए हैं। आरटीओ सुनील शर्मा के नेतृत्व में पुलिस और परिवहन विभाग की संयुक्त टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर सभी वाहनों की चेचिस और रजिस्ट्रेशन नंबर की बारीकी से जांच की। जांच के आधार पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार की गई, जिसके तहत आरोपी के रेंटल बाइक संचालन के लाइसेंस को निरस्त करने की संस्तुति शासन को भेजी गई है।
शर्मा ने जानकारी दी कि आरोपी व्यक्ति खुद तो नियमों का उल्लंघन कर रहा था, लेकिन वह अन्य रेंटल एजेंसियों के खिलाफ सीएम हेल्पलाइन में बार-बार शिकायत दर्ज करा रहा था। जांच में सामने आया कि वह स्वयं बिना वैध अनुमति और पंजीकरण के व्यावसायिक रूप से दोपहिया वाहनों का संचालन कर रहा था।
परिवहन विभाग की इस कार्रवाई से क्षेत्र के अन्य वाहन संचालकों में हड़कंप मच गया है। आरटीओ कार्यालय ने साफ संकेत दिए हैं कि प्राइवेट नंबर के अवैध और अनियमित तरीके से रेंटल या टैक्सी सेवाएं देने वालों के खिलाफ भविष्य में भी इसी तरह की सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
प्रशासन ने आम जनता से भी अपील की है कि वे केवल लाइसेंस प्राप्त और अधिकृत एजेंसियों से ही दो पहिया टैक्सी वाहन की रेंटल सेवा लें तथा किसी भी अनियमितता की सूचना तुरंत विभाग को दें।
