हल्द्वानी। होली के पावन अवसर पर उपभोक्ताओं को शुद्ध खोवा उपलब्ध कराने और गर्मी के मौसम में आइसक्रीम के नए वेरिएंट पेश करने की तैयारी पूरी कर ली गई है। उत्तराखंड कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन (यूसीडीएफ) के प्रबंध निदेशक जयदीप अरोड़ा ने बताया कि आंचल द्वारा किसानों से प्राप्त किया जाने वाला दूध पूरी तरह शुद्ध होता है और इसमें किसी भी प्रकार की मिलावट की संभावना नहीं होती। उन्होंने उपभोक्ताओं से अपील की कि वे इस होली आंचल के खोवे और दुग्ध उत्पादों का ही उपयोग करें, क्योंकि यह स्थानीय किसानों के दूध से निर्मित होता है।
गर्मी के मौसम को देखते हुए आंचल आइसक्रीम में भी इस बार बड़ा बदलाव किया गया है। अरोड़ा ने बताया कि गत वर्ष आंचल आइसक्रीम को लॉन्च किया गया था, जिसमें 28 वेरिएंट उपलब्ध थे। इस बार 41 नए फ्लेवर के साथ आइसक्रीम बाजार में उतारी जाएगी, साथ ही क्वालिटी में भी सुधार किया गया है। वितरण प्रणाली को और अधिक सशक्त किया जा रहा है ताकि उपभोक्ताओं तक यह आसानी से पहुंच सके।
अरोड़ा ने आश्वासन दिया कि आंचल आइसक्रीम भी अन्य दुग्ध उत्पादों की तरह शुद्ध दूध से निर्मित होती है और इसमें किसी भी प्रकार की मिलावट नहीं होती। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बाजार में मिलने वाली कई आइसक्रीम डेजर्ट होती है, जबकि आंचल आइसक्रीम पूरी तरह से दूध से तैयार की जाती है, जो इसे अधिक शुद्ध और स्वास्थ्यवर्धक बनाती है। जल्द ही यह आइसक्रीम बाजार में उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे उपभोक्ताओं को गर्मी के मौसम में शुद्ध और स्वादिष्ट आइसक्रीम का आनंद मिल सके।
