हल्द्वानी: उत्तराखंड में मानसून सीजन के दौरान भूस्खलन और सड़क मार्ग बाधित होने जैसी घटनाएं आम हो जाती हैं, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन दुर्घटनाओं का खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है। इसे देखते हुए इस बार परिवहन विभाग ने खास सतर्कता बरतते हुए पर्वतीय क्षेत्रों में वाहन संचालन के लिए एक विशेष स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसीजर (SOP) तैयार की है।
परिवहन विभाग के आरटीओ सुनील शर्मा ने जानकारी दी कि कुमाऊं मंडल के पर्वतीय मार्गों पर संचालित होने वाले वाहनों को इस SOP का पालन अनिवार्य रूप से करने के निर्देश दिए गए हैं। इस SOP में चालकों को अति संवेदनशील और जोखिम भरे क्षेत्रों से बचते हुए सुरक्षित मार्गों से वाहन संचालन की सलाह दी गई है। साथ ही मानसून के दौरान ड्राइविंग के नियमों और सतर्कता के विशेष दिशा-निर्देश भी शामिल किए गए हैं।
इतना ही नहीं, किसी भी आपातकालीन दुर्घटना की स्थिति में त्वरित सहायता उपलब्ध कराने के लिए परिवहन विभाग ने एक क्विक रिस्पांस टीम का गठन भी किया है। यह टीम दुर्घटना स्थल पर तुरंत पहुंचकर राहत और बचाव कार्यों में सहायता प्रदान करेगी, साथ ही लॉजिस्टिक सपोर्ट भी सुनिश्चित करेगी।
परिवहन विभाग का यह प्रयास मानसून सीजन में सड़कों पर सुरक्षा बढ़ाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है, जिससे जान-माल के नुकसान को कम करने में मदद मिलेगी।
संभागीय परिवहन अधिकारी