हल्द्वानी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) नैनीताल प्रह्लाद नारायण मीणा के निर्देश पर पुलिस द्वारा बाहरी व्यक्तियों का व्यापक सत्यापन अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत, 3 अक्टूबर 2024 को एसपी सिटी हल्द्वानी प्रकाश चन्द्र और क्षेत्राधिकारी नितिन लोहनी के पर्यवेक्षण में, कोतवाली हल्द्वानी प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार यादव के नेतृत्व में गौजाजाली बिचली क्षेत्र में संदिग्ध व्यक्तियों की सत्यापन और चेकिंग की कार्रवाई की गई।
चेकिंग के दौरान, चौकी प्रभारी मंडी भुवन सिंह राणा और उनकी टीम ने मुन्नालाल के मकान में रह रहे दो संदिग्ध बांग्लादेशी नागरिकों, नारायण विश्वास (57) और उनकी पत्नी गौरी विश्वास (47), को पकड़ा। जांच में पाया गया कि दोनों व्यक्ति मेडिकल वीजा पर 10 सितंबर 2023 को पश्चिम बंगाल के हरिदासपुर लैण्ड इमिग्रेशन चेक पोस्ट से भारत में दाखिल हुए थे। वीजा का उद्देश्य उनकी पुत्री काकोली के इलाज के लिए क्रिश्चियन मेडिकल कॉलेज, वेल्लोर, तमिलनाडु में था, जहां 25 सितंबर 2023 तक इलाज हुआ। काकोली का गले का कैंसर था, जिसकी वजह से जुलाई 2024 में उसकी मृत्यु हो गई।
बेटी की मृत्यु के बाद दोनों हल्द्वानी के गौजाजाली बिचली क्षेत्र में गौरी की बहन शोभा मौर्या के पास रहने लगे, जो 1997 से भारत में रह रही हैं। काकोली की मृत्यु के बाद से दोनों सब्जी का ठेला लगाकर जीवनयापन कर रहे थे।
जांच में पता चला कि दोनों का वीजा 28 फरवरी 2024 को समाप्त हो चुका है और वे अवैध रूप से भारत में रह रहे थे, जो धारा 14 विदेशी अधिनियम के तहत अपराध है। पुलिस ने दोनों के खिलाफ एफआईआर न. 353/24 के तहत मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
गिरफ्तारी टीम: उपनिरीक्षक श्याम सिंह बोरा, कांस्टेबल अमर सिंह, महिला कांस्टेबल बबीता बोरा
