हल्द्वानी। चोफला चौराहे के पास वर्षों से जलभराव की समस्या से जूझ रहे स्थानीय निवासियों को अब राहत मिलने वाली है। प्रशासन ने इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेई ने बताया कि बरसात के मौसम में चोफला चौराहे के पास नाले का पानी ओवरफ्लो होकर गैर वैशाली और बिठौरिया नंबर 1 कॉलोनी में जलभराव की समस्या पैदा करता था। इस समस्या को दूर करने के लिए सिंचाई विभाग ने एक प्रोजेक्ट तैयार किया है, जिसके तहत ढाई सौ मीटर नाले को डाइवर्ट करके चोफला चौराहे के नाले से जोड़ा जाएगा।
इस प्रोजेक्ट के लिए बजट भी स्वीकृत हो चुका है। हालांकि, इस कार्य में अतिक्रमण एक बड़ी बाधा थी। प्रशासन ने पहले अतिक्रमणकारियों को नोटिस जारी किए थे। सिटी मजिस्ट्रेट वाजपेई ने बताया कि कुछ लोगों ने इस मामले को उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी, लेकिन उनकी याचिका निरस्त कर दी गई। इसके बाद प्रशासन ने सभी अतिक्रमणकारियों को सुनवाई का अवसर दिया और कानूनी प्रक्रिया के तहत सात दिन का समय दिया गया।
कुछ लोगों ने स्वेच्छा से अतिक्रमण हटा लिया, लेकिन जो लोग अब भी अतिक्रमण हटाने को तैयार नहीं थे, उनके खिलाफ मंगलवार को प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की। पुलिस बल की मौजूदगी में अवैध निर्माण को हटवाया गया। इस कार्रवाई के दौरान एसडीएम हल्द्वानी परितोष वर्मा, तहसीलदार सचिन कुमार और अन्य अधिकारी मौके पर मौजूद रहे।
सिटी मजिस्ट्रेट एपी वाजपेई ने कहा कि नाले के डाइवर्जन का काम जल्द पूरा किया जाएगा, जिससे जलभराव की समस्या से स्थायी राहत मिलेगी। प्रशासन की इस कार्रवाई से स्थानीय निवासियों ने राहत की सांस ली है। उनका कहना है कि वर्षों से जलभराव की समस्या से उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था, लेकिन अब उन्हें उम्मीद है कि इस समस्या का स्थायी समाधान हो जाएगा।
