फर्जीवाड़े का मास्टरप्लान: नकली सोने से असली लोन, गैंग का पर्दाफाश

Spread the love

हल्द्वानी। जनपद नैनीताल में वर्ष 2024-25 के दौरान थाना हल्द्वानी, बनभूलपुरा और मुखानी क्षेत्र में स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक में नकली सोना गिरवी रखकर गोल्ड लोन लेने के कई मामले सामने आए हैं। बैंक ऑडिट के दौरान खुलासा हुआ कि बंधक रखे गए आभूषण नकली हैं। इस फर्जीवाड़े को गंभीरता से लेते हुए बैंकों द्वारा संबंधित थानों में मुकदमे दर्ज कराए गए।

एसएसपी नैनीताल प्रहलाद नारायण मीणा के निर्देश पर पुलिस अधीक्षक नगर हल्द्वानी प्रकाश चंद्र एवं पुलिस उपाधीक्षक हल्द्वानी नितिन लोहनी के निर्देशन में थाना पुलिस व एसओजी की संयुक्त टीम गठित की गई। इस टीम को इन मामलों में संलिप्त गैंग के पर्दाफाश की जिम्मेदारी सौंपी गई।

दिनांक 28 मई 2025 को एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक संजीत राठौड़ से मिली सूचना पर चौकी प्रभारी भोटियापड़ाव उपनिरीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में पुलिस और एसओजी की टीम ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय पार्क, नैनीताल रोड से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। अभियुक्तों की पहचान अभिषेक सिंह नेगी उर्फ अक्कू (पुत्र केसर सिंह, निवासी ग्राम बसोली, थाना सोमेश्वर, जिला अल्मोड़ा, उम्र 37 वर्ष) और पवन सिंह फर्सवाण (पुत्र दरवान सिंह फर्सवाण, निवासी ग्राम व पोस्ट लीली, थाना कपकोट, जिला बागेश्वर, उम्र 24 वर्ष) के रूप में हुई। उनके कब्जे से करीब 111 ग्राम वजनी नकली सोने की चूड़ियाँ और कूट रचित होलोग्राम बरामद की गईं, जो परीक्षण में नकली पाई गईं।

गिरफ्तारी के बाद की गई पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा किया कि उनके गिरोह में अल्मोड़ा और दिल्ली के कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं। ये लोग दिल्ली से कम दामों में नकली सोना खरीदते हैं और उस पर जाली होलमार्क लगवाते हैं। इसके बाद यह सोना उन बैंकों में गिरवी रखा जाता है जो सोने की गहन जांच नहीं करते, और वहां से गोल्ड लोन प्राप्त कर लिया जाता है। प्राप्त राशि को गिरोह के सदस्य आपस में बांट लेते हैं।

अभिषेक सिंह नेगी पर विभिन्न बैंकों से करीब 60-70 लाख रुपये के प्रॉपर्टी लोन, व्हीकल लोन और गोल्ड लोन लिए जाने की जानकारी भी सामने आई है, जिसकी विस्तृत जांच की जा रही है।

गौरतलब है कि पूर्व में हल्द्वानी, बनभूलपुरा और मुखानी थानों में फर्जी गोल्ड लोन से जुड़े 6 मुकदमे दर्ज हो चुके हैं। इनमें नामजद आरोपियों अजहर वारसी, जोया अहमद, तरुण भारद्वाज, हरजिंदर नरूला और मोहम्मद फिरोज की भूमिका की भी जांच की जा रही है। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि यह फर्जीवाड़ा बैंक की लापरवाही से सामने आया है या इसमें बैंक कर्मियों की कोई संलिप्तता रही है।

इस कार्रवाई में पुलिस टीम में निरीक्षक राजेश कुमार यादव, एसओजी प्रभारी उपनिरीक्षक संजीत राठौड़, चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक अनिल कुमार, साइबर क्राइम सेल से उपनिरीक्षक फिरोज आलम, हेड कांस्टेबल ललित श्रीवास्तव, कांस्टेबल वंदन नेगी, संतोष बिष्ट, अरविंद सिंह नयाल, राजेश बिष्ट और अरविंद बिष्ट शामिल रहे। एसएसपी नैनीताल द्वारा टीम को उल्लेखनीय कार्य के लिए ₹2,500 नकद इनाम देने की घोषणा की गई है।


Spread the love

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *