हल्द्वानी। परिवहन विभाग की सतर्कता और जांच अभियान के तहत एक बड़ी सफलता मिली है। प्रवर्तन टीम ने हाल ही में एक बिना नंबर प्लेट वाले ई-रिक्शा को पकड़ा, जो जांच में दिल्ली से चोरी हुआ पाया गया।
कैसे हुआ खुलासा?
आरटीओ प्रशासन संदीप सैनी ने बताया कि सितंबर 2024 में चलाए गए विशेष अभियान के दौरान दस्तावेज जांच के लिए रोके गए इस ई-रिक्शा का चालक मौके से फरार हो गया। प्रवर्तन टीम ने रिक्शा का चेसिस नंबर जांचा और चालान करते हुए जानकारी को ऑनलाइन पोर्टल पर दर्ज कर दिया।
इसी बीच, असली मालिक को चालान का मैसेज मिला, जिससे उसे पता चला कि यह रिक्शा चोरी हुआ था। दिल्ली निवासी वाहन मालिक हल्द्वानी आरटीओ पहुंचा और दिल्ली पुलिस की टीम के साथ वाहन वापस लेने की मांग की।
कोर्ट के आदेश के बाद ही होगा वाहन सुपुर्द
आरटीओ सैनी ने स्पष्ट किया कि वाहन को कोर्ट के आदेश मिलने के बाद ही असली मालिक को सौंपा जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग का उद्देश्य सभी वाहनों और चालकों का सत्यापन सुनिश्चित करना है, ताकि दस्तावेज पूरी तरह वैध हों।
सत्यापन अभियान जारी
परिवहन विभाग ने ई-रिक्शा और ऑटो चालकों के सत्यापन अभियान के तहत चार दिन का अतिरिक्त समय दिया है। विभाग ने चेतावनी दी है कि सत्यापन के दौरान चोरी या किसी भी अनियमितता का पता चलने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
इस अभियान का उद्देश्य सड़क पर केवल वैध और सुरक्षित वाहनों का संचालन सुनिश्चित करना है।