हरिद्वार: युवाओं में बढ़ते नशे की प्रवृत्ति समाज के लिए गंभीर चिंता का विषय बनती जा रही है। नशे की लत के चलते युवा अपराध की राह पकड़ते जा रहे हैं, जिससे सामाजिक ताने-बाने पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इस संकट को देखते हुए जनपद हरिद्वार में एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल के नेतृत्व में पुलिस द्वारा नशा तस्करी पर लगाम कसने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। एसएसपी डोबाल ने जनपद में कार्यभार संभालने के बाद से ही इसे अपनी प्राथमिकता में रखा है और अधीनस्थ अधिकारियों को इस दिशा में प्रभावी कार्यवाही के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड सरकार की “ड्रग्स फ्री देवभूमि अभियान 2025” को सफल बनाने के लिए हरिद्वार पुलिस लगातार अभियान चला रही है। इसी क्रम में सीआईयू प्रभारी को प्राप्त एक गोपनीय सूचना के आधार पर सीआईयू रुड़की और कोतवाली रुड़की की संयुक्त टीम द्वारा डमडम चौक, रुड़की में छापेमारी की गई। इस दौरान अभियुक्त सुलेमान पुत्र दिलशाद, निवासी ग्राम बुढ्ढाहेड़ी, थाना पथरी, जनपद हरिद्वार को एक कार से नशीले इंजेक्शन की तस्करी करते हुए पकड़ा गया। पुलिस ने उसके कब्जे से 2915 ट्रामाडोल हाइड्रोक्लोराइड इंजेक्शन (100 मि.ग्रा./2 मि.ली.) कुल मात्रा 5830 मि.ली. तथा नशे की बिक्री से अर्जित ₹50,000 नगद बरामद किए।
पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी व्हाट्सएप के माध्यम से उत्तर प्रदेश से नशा तस्करों से सस्ते दामों पर नशीले इंजेक्शन खरीदता था और रुड़की व हरिद्वार क्षेत्र में उन्हें महंगे दामों पर बेचकर भारी मुनाफा कमाता था। अब पुलिस टीम उसकी पूरी सप्लाई चेन को चिन्हित कर कानूनी दायरे में लाने के लिए प्रयासरत है।
इस पूरी कार्यवाही में सीआईयू रुड़की टीम से उप निरीक्षक अंकुर शर्मा, हे.का. अश्वनी यादव, कां. महिपाल तोमर, कां. राहुल नेगी और कां. अजय काला तथा कोतवाली रुड़की टीम से उप निरीक्षक विजय थपलियाल, अवर उप निरीक्षक अशाड़ सिंह पंवार और महिला होमगार्ड अरुणा शामिल रहे।