- अंतरराज्यीय मानव तस्करी गिरोह का दून पुलिस ने किया पर्दाफाश
- गिरोह के 02 सदस्यों (01 महिला, 01 पुरुष) को किया गिरफ्तार, 03 नाबालिक बच्चियों को किया रेस्क्यू
- गिरोह के अन्य सदस्य 03 नाबालिक बच्चियों को बेचने के लिए दिल्ली से लाये थे देहरादून
देहरादून: देहरादून के आईएसबीटी चौकी क्षेत्र में तीन नाबालिग लड़कियों के संदिग्ध अवस्था में घूमते हुए पाए जाने के बाद एक बड़ी मानव तस्करी का मामला सामने आया है। पुलिस को सूचना मिलने पर लड़कियों को तुरंत सुरक्षित चौकी पर लाया गया, जहां एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) और चाइल्ड लाइन की टीम को बुलाया गया।
प्रारंभिक जांच में लड़कियों ने खुलासा किया कि उन्हें दिल्ली से धोखे से अच्छे पैसे और नौकरी का लालच देकर देहरादून लाया गया था। यहां उन्हें एक फ्लैट में एक महिला और पुरुष के पास छोड़ दिया गया। रात के समय, उन्होंने घर में मौजूद महिला और पुरुष को बात करते हुए सुना कि उन्हें 1,10,000 रुपये में खरीदा गया था। लड़कियों ने यह भी बताया कि पहले से घर में मौजूद एक अन्य लड़की ने उन्हें इस गिरोह द्वारा लड़कियों की खरीद-फरोख्त और उन्हें गलत कामों में धकेलने की जानकारी दी।
डरी हुई लड़कियों ने रात में चादर के सहारे बालकनी से कूदकर भागने का साहस किया और तुरंत पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर AHTU और पटेल नगर पुलिस की संयुक्त टीम ने पथरीबाग स्थित वेद सिटी कॉलोनी के एक फ्लैट पर छापा मारा। छापे के दौरान 48 वर्षीय महिला बाला पत्नी सतपाल यादव और 45 वर्षीय पुरुष दिग्विजय सिंह को मौके पर गिरफ्तार किया गया।
पूछताछ में खुलासा हुआ कि इन लड़कियों को गाजियाबाद निवासी पूनम, खुशी और एक अन्य व्यक्ति ने दिल्ली रेलवे स्टेशन से लाकर बेचने की योजना बनाई थी। पुलिस ने इस मामले में दोनों आरोपियों के खिलाफ कोतवाली पटेल नगर में मानव तस्करी से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज किया है।
जांच के दौरान यह भी पता चला कि इस गिरोह के तार अन्य राज्यों से जुड़े हुए हैं, जिसके बाद पुलिस अन्य राज्यों से जानकारी जुटा रही है। गिरोह के अन्य सदस्यों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को विभिन्न राज्यों में भेजा गया है।
गिरफ्तार आरोपी:
- बाला पत्नी सतपाल यादव, निवासी वेद सिटी कॉलोनी, पथरीबाग, पटेलनगर, उम्र 48 वर्ष
- दिग्विजय सिंह पुत्र रामपाल शर्मा, निवासी मुस्तफापुर, नवादा, अमरोहा, उत्तर प्रदेश, उम्र 45 वर्ष