- IG कुमाऊं के निर्देश पर पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
- महिला तस्कर शारदा नहर में ड्रग्स फेंकने की फिराक में थी, पुलिस ने मौके पर दबोचा
- गिरफ्तार महिला ने पति और साथी के कहने पर तस्करी की बात स्वीकार की
- बरामद 5.6 किलो MDMA की अंतरराष्ट्रीय कीमत 10 करोड़ रुपये से अधिक
- ठाणे (मुंबई) मामले में वांछित हैं महिला के पति राहुल और सहयोगी कुनाल
- सीमा पर सख्ती, सर्विलांस और समन्वय से पुलिस को मिली बड़ी सफलता
चंपावत: उत्तराखंड के चंपावत जनपद में पुलिस ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करी नेटवर्क पर एक और बड़ी चोट की है। हाल ही में ठाणे, मुंबई पुलिस द्वारा पिथौरागढ़ में एनडीपीएस एक्ट के तहत की गई कार्यवाही के बाद कुमाऊं क्षेत्र की नेपाल सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गई थी। इसी क्रम में आईजी कुमाऊं श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल के निर्देश पर कुमाऊं रेंज के सभी जिलों में ड्रग्स के खिलाफ अभियान चलाया गया। निर्देशों के अनुपालन में चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों की संयुक्त पुलिस टीमों ने सतर्कता और प्रभावी निगरानी करते हुए एक महिला तस्कर को भारी मात्रा में एमडीएमए ड्रग्स के साथ गिरफ्तार किया है।
दिनांक 12 जुलाई 2025 को टनकपुर की पुलिस उपाधीक्षक वंदना वर्मा के पर्यवेक्षण में एसओजी प्रभारी लक्ष्मण सिंह जगवाण और एसओ सुरेंद्र सिंह कोरंगा के नेतृत्व में एक संयुक्त पुलिस टीम ने शारदा नहर क्षेत्र (गढ़ीगोठ पुल, पम्पापुर) में चेकिंग अभियान चलाया। अभियान के दौरान एक महिला को काले बैग के साथ संदिग्ध रूप से भागते देखा गया, जिसे रोका गया और जांच के दौरान उसके बैग से 5 किलो 688 ग्राम एमडीएमए (मेथाएमफेटामाइन) ड्रग्स बरामद किया गया। आरोपी महिला की पहचान ईशा, पत्नी राहुल कुमार निवासी ग्राम पम्पापुर, थाना बनबसा, जिला चंपावत के रूप में हुई, जिसकी उम्र 22 वर्ष है। उसके विरुद्ध थाना बनबसा में एनडीपीएस एक्ट के तहत अभियोग पंजीकृत कर वैधानिक कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
पूछताछ में आरोपी महिला ने स्वीकार किया कि यह नशीला पदार्थ उसे उसके पति राहुल कुमार और उसके सहयोगी कुनाल कोहली द्वारा 27 जून 2025 को पिथौरागढ़ से दिया गया था। दोनों आरोपी फिलहाल ठाणे, मुंबई में एक पंजीकृत एनडीपीएस मामले में वांछित चल रहे हैं। महिला ने यह भी बताया कि वह पुलिस की सक्रियता के चलते इस मादक पदार्थ को शारदा नहर में फेंकने जा रही थी।
बरामदगी में दो पुलिंदे शामिल थे—एक में 3.42 किलो भूरा ढेलेदार पदार्थ और दूसरे में 2.26 किलो सफेद दानेदार पदार्थ पाया गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में एमडीएमए की कीमत ₹18,000 प्रति ग्राम के हिसाब से कुल बरामद ड्रग्स की अनुमानित कीमत ₹10 करोड़ 23 लाख 84 हजार रुपये आंकी गई है। पुलिस ने ड्रग डिटेक्शन किट के माध्यम से इसकी पुष्टि की और तलाशी प्रक्रिया एनडीपीएस अधिनियम की धारा 50 के तहत नियमानुसार सीओ टनकपुर की उपस्थिति में पूरी की गई।
चंपावत पुलिस द्वारा 2024 में अब तक 4 करोड़ रुपये से अधिक के नशीले पदार्थ बरामद किए जा चुके हैं। इस वर्ष 82 तस्करों को गिरफ्तार कर 56 मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पिथौरागढ़ फैक्ट्री नेटवर्क से संबंधित पूर्व कार्रवाई के तहत चंपावत और पिथौरागढ़ पुलिस द्वारा अपराधियों द्वारा संचालित लैब और उपकरणों को जब्त कर लिया गया था, जिससे इस गिरोह की सक्रियता की पुष्टि हुई थी।
गिरफ्तार महिला के पति राहुल कुमार और कुनाल कोहली की तलाश जारी है। बरामद ड्रग्स के स्रोत, नेपाल और नाइजीरियाई नेटवर्क से संभावित संपर्कों की जांच की जा रही है। आईजी कुमाऊं श्रीमती रिद्धिम अग्रवाल द्वारा इस सफल कार्रवाई पर पुलिस टीम को ₹20,000 का नगद पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया है। उन्होंने इस अभियान को कर्तव्यनिष्ठा, समन्वय और सतर्कता का प्रतीक बताया है।
पुलिस प्रशासन ने आमजन से अपील की है कि नशे के खिलाफ इस अभियान में सहयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत 100/112 या निकटवर्ती थाना/चौकी पर दें, ताकि उत्तराखंड को नशामुक्त बनाया जा सके।