हल्द्वानी: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर प्रदेशभर में चल रहे “ऑपरेशन कालनेमि” के तहत पुलिस ने ढोंगी बाबाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। अभियान का संचालन पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड के आदेशों के तहत किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य अंधविश्वास और धार्मिक आस्था के नाम पर ठगी करने वालों पर शिकंजा कसना है।
इस क्रम में कुमाऊं मंडल के छह जिलों में अभियान को मजबूती से अंजाम दिया गया, जहां आईजी कुमाऊं रिद्धिमा अग्रवाल के नेतृत्व में पुलिस ने अब तक 300 से अधिक ढोंगी बाबाओं को चिह्नित कर उनके खिलाफ मुकदमे और चालान की कार्रवाई की है। पुलिस द्वारा इन सभी संदिग्ध बाबाओं को हिरासत में लेकर थानों में लाया गया, जहां उनकी गहन जांच और दस्तावेजों का सत्यापन किया गया।
जांच में सामने आया कि अधिकांश के पास कोई वैध पहचान पत्र या दस्तावेज नहीं मिले हैं। इनमें से कई खुद को आध्यात्मिक गुरु बताकर भोले-भाले लोगों को भ्रमित कर रहे थे और अंधविश्वास फैलाकर आर्थिक शोषण कर रहे थे।
आईजी रिद्धिमा अग्रवाल ने स्पष्ट किया कि यह अभियान केवल एक बार की कार्रवाई नहीं है, बल्कि आगे भी यह सख्ती के साथ जारी रहेगा। सभी थाना और चौकी प्रभारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे ढोंगी बाबाओं की पहचान करें और संदिग्ध पाए जाने पर उनके खिलाफ विधिक कार्रवाई सुनिश्चित करें।
ऑपरेशन कालनेमि के तहत पुलिस का यह कदम प्रदेश में अंधविश्वास के विरुद्ध एक बड़ा संदेश है, जिससे समाज में वैज्ञानिक सोच और विवेक आधारित आस्था को प्रोत्साहन मिलेगा।